बड़ी खूबसूरत बला थी
बड़ी खूबसूरत बला थी,
वो आँखों का काजल
वो झूलते झुमके
फैली सी जुल्फे
वो अपने रुके से लफ्ज़ो से
लगा जैसे मेरे दिल का आईना थी ....
थोड़ी चुप सी, मासूम सी
सफ़ेद लिबास लपेटे हुए
कहती सब आहिस्ता से जो वो
मेरी दोस्त बड़ी जुदा थी ....
कमब्खत बड़ी खूबसूरत बला थी ...
वो आँखों का काजल
वो झूलते झुमके
फैली सी जुल्फे
वो अपने रुके से लफ्ज़ो से
लगा जैसे मेरे दिल का आईना थी ....
थोड़ी चुप सी, मासूम सी
सफ़ेद लिबास लपेटे हुए
कहती सब आहिस्ता से जो वो
मेरी दोस्त बड़ी जुदा थी ....
कमब्खत बड़ी खूबसूरत बला थी ...
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